वीरांगना रानी दुर्गावती की वीरता को किया याद
सागर. राज्यपाल (Governor) मंगुभाई पटेल ने रहली विकासखंड के ग्राम पंचायत कड़ता में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में गोंडवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती (Rani Durgavati), राजा शंकर शाह और राजा रघुनाथ शाह के बलिदान को याद करते हुए कहा कि 500 वर्षों बाद भी हम इन वीरों की गाथाओं को नहीं भूल पाए हैं।
उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती दोनों हाथों में तलवार लेकर लड़ती थीं और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। राज्यपाल ने जनजातीय समाज (Tribal Society) के वीर सपूतों के समर्पण से प्रेरणा लेने की अपील की।
फूड फॉरेस्ट्री योजना की सराहना
राज्यपाल ने सागर जिले में प्रारंभ की गई फूड फॉरेस्ट्री योजना (Food Forestry Scheme) को अभिनव पहल बताते हुए कहा कि इससे स्वसहायता समूहों की महिलाओं को सीधा आर्थिक लाभ होगा।
उन्होंने बताया कि आगामी तीन वर्षों में लगभग 10 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा, जिससे महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे। इसे महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया गया।
जनजातीय विकास के लिए विशेष प्रावधान
केंद्र सरकार द्वारा जनजातीय परिवारों के सर्वांगीण विकास के लिए जनमन योजना (PM Janman Yojana) में 24 हजार करोड़ रुपए और धरती आबा उत्कृष्ट ग्राम योजना (Dharti Aaba Scheme) में 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्यपाल ने बताया कि मध्यप्रदेश में 3 लाख कर्मयोगियों को प्रशिक्षण देने की योजना है। उन्होंने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) की भी सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ रसोई गैस मिली है।
सिकल सेल जागरूकता पर जोर
राज्यपाल ने सिकल सेल (Sickle Cell Disease) को अनुवांशिक बीमारी बताते हुए इसके प्रति जागरूकता और उपचार की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान उड़ान योजना का शुभारंभ किया गया और हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के लाभ वितरित किए गए।
पूर्व मंत्री एवं विधायक रहली गोपाल भार्गव सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
फूड फॉरेस्ट्री योजना से स्वसहायता समूहों की महिलाओं को क्या सही में सीधा आर्थिक लाभ होगा?