सागर (sagar news)। शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार हो गया। इस मंत्रिमंडल में बुंदेलखंड और मुख्य रूप से सागर जिले का वर्चस्व बना हुआ है। इस बार सागर जिले से चार और पन्ना जिले से एक मंत्री को कैबिनेट में जगह मिली है। लेकिन बुंदेलखंड के बाकी तीन जिले दमोह, छतरपुर और टीकमगढ़ को सत्ता की रेल में सवार होने का मौका नहीं मिला। दमोह से हालांकि केंद्र में एक कद्दावर मंत्री सांसद प्रहलाद पटेल मौजूद हैं।
मार्च महीने में हुए तख्तापलट के बाद सागर जिले से तीन मंत्री कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। गोपाल भार्गव, भूपेंद्रसिंह और गोविंदसिंह राजपूत को केबिनेट में जगह मिली है। चौथे मंत्री पन्ना के बजेंद्र प्रताप सिंह हैं। जिन हालात में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि बुंदेलखंड को और विशष रूप से सागर को पर्याप्त स्थान मिला है लेकिन दमोह और छतरपुर की उपेक्षा से असंतोष बढ़ेगा।
भाजपा आलाकमान ने इस बार वरिष्ठ विधायकों को मंत्रिमंडल में लेने की अनिच्छा जताई थी, इसी कारण विस्तार में काफी देर हुई लेकिन कहाजा सकता है कि शिवराजसिंह चौहान कुछ हद तक पुराने साथियों को वापस लाने में सफल रहे इसीलिए आठ बार के विधायक गोपाल भार्गव और भूपेंद्रसिंह को मौका मिल सका लेकिन अधिकांश पुराने मंत्रियों को सत्ता के रथ पर सवारी से वंचित रहना पड़ा।
कांग्रेस में हुई बगावत के बाद भाजपा में आए बागी विधायको को मंत्री बनाने के साथ ही नए चेहरों को जगह देने के दबाव के बीच शिवराज सिंह ने अपने कुछ पुराने साथियों के लिए जगह बनाने में किसी तरह कामयाबी हासिल की है, लेकिन इसकी भविष्य में उन्हें क्या कीमत चुकानी होगी, यह वक्त बताएगा।