सागर (डेली हिंदी न्यूज़)। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाते ही कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। सिंधिया के पुतले जलाए जा रहे हैं। सिंधिया समर्थक कांग्रेसजनों से दूरियां बना चुके हैं। विरोध करने वालों में ज्यादातर मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के समर्थक हैं।
जिला कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में जिले के कांग्रेसजनों ने सिंधिया व उनके समर्थकों पर जमकर भड़ास निकाली। कार्यालय का कक्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं से ठसाठस भरा था। जो नेता व कार्यकर्ता कभी सिंधिया व जिले में उनके समर्थकों को माननीय व भैया से संबोधन करते थे, उन्होंने बैठक में उन अपशब्दों का उपयोग किया उनका उल्लेख नहीं किया जा सकता।
चार घंटे चली बैठक में बोलने वालों में दिग्गी और नाथ समर्थकों की संख्या अधिक थी, जो शहर से लेकर बीना, खुरई, बंडा, शाहगढ़, देवरी क्षेत्र से बैठक में शामिल होने आए थे। बैठक के बाद युवा कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी से वादा खिलाफी करने वाले, चाहे वो सिंधिया हो या उनके समर्थक शहर की गलियों और वार्डों में पुतले जलाए जाएंगे।
सिंधिया समर्थक सुरखी विधायक एवं मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सरकारी कार्यालय में तीन दिन से उनके समर्थकों की आवाजाही कम हो गई है। कार्यालय के बाहर होली की शुभकामना देने को लगाया गया बैनर उतरवा लिया गया है। उनके बड़े भाई हीरासिंह राजपूत जो जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, वे कार्यालय नहीं आ रहे है। चर्चा है कि उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उनका त्याग पत्र प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंचा।