सागर (sagarnews.com)। बुंदेलखंड विश्वकोश योजना की प्रथम महिला संरक्षिका डॉ. मीना पिम्पलापुरे को नव बुंदेलखंड सृजन जनकल्याण समिति सागर की टीम ने बुंदेलखंड रत्न से सम्मानित किया है।
डॉ. मीना ताई के निवास पर जाकर बुंदेलखंड विश्वकोश योजना की संयोजिका डॉ. सरोज गुप्ता, सहसंयोजक डॉ. ब्रजेश श्रीवास्तव, सांस्कृतिक सचिव डॉ. पंकज तिवारी, सहसचिव डॉ. के कृष्णा राव, उपसचिव डॉ. ऊषा मिश्रा ने बुंदेलखंड इनसाइक्लोपीडिया निर्माण कार्य प्रारंभ करने हेतु आशीर्वाद लिया तथा अब तक के कार्य उपलब्धियों की रिपोर्ट दी।
डॉ मीना पिम्पलापुरे के पोते अनिरूद्ध पिम्पलापुरे ने दादी के सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त की। डॉ ब्रजेश श्रीवास्तव ने अपनी पुस्तक डॉ हरिसिंह गौर एक प्रेरक व्यक्तित्व डॉ मीना पिम्पलापुरे ताई को भेंट की। विश्वविद्यालय स्थापना में डॉ हरीसिंह गौर के सहयोगी अटलजी व प्राणनाथ काटजू एवं अन्य सहयोगियों की भूमिका के बारे में जानकारी दी।
ताई ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थी जीवन के रोचक अनुभव सुनाते हुए अपनी मां डॉ. वनमाला भवालकर संस्कृत की प्रोफेसर व पिताजी -भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर डॉ भवालकर से जुड़े संस्मरणों को सुनाया। कहा कि इससे बुंदेलखंड की जनता अपने समृद्धशाली इतिहास, सांस्कृतिक परम्पराओं, आचार विचार से परिचित होगी। विश्वकोश के माध्यम से युवा पीढ़ी बुंदेलखंड के अतीत को जानकर गौरवान्वित होगी।
For latest sagar news right from Sagar (MP) log on to Daily Hindi News डेली हिंदी न्यूज़ के लिए डेली हिंदी न्यूज़ नेटवर्क Copyright © Daily Hindi News 2021