कोरोना समीक्षा बैठक : जिला चिकित्सालय में भी ब्लैक फंगस के इलाज हेतु 10 बेड का अलग से वार्ड बनाने के निर्देश
सागर (sagarnews.com)। कोविड के ऐसे मरीज जिन्हें रेमडिसिवर इंजेक्शन लगे हैं, या जो डायबिटिक है, उन्हें चिन्हित कर ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षणों की जांच की जाए ताकि बीमारी होने से पहले ही पता चले। समय पर उपचार कर इसे फैलने से रोका जा सकता है।
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कलेक्टर दीपक सिंह ने वीडियो कांफ्रेन्स से जिले के समस्त sdm., ceo. cmo. एवं अन्य संबंधित जिला अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि बीएमसी के साथ जिला चिकित्सालय में भी इसके इलाज हेतु 10 बेड का अलग से वार्ड बनाया गया है।
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समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर दीपक सिंह ने सभी एसडीएम सहित सीइओ और सीएमओ को निदेश दिए कि वैक्सीनेशन कार्य और सैपलिंग को शत-प्रतिशत किया जाए। होम आईसोलेट व्यक्तियों को कोविड सेंटर में भर्ती किया जाए ताकि वे दूसरों में यह बीमारी ना फैला सकें।
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उन्होंने निर्देश दिए कि जहॉ-जहॉ माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं वहां तय करें कि लोग बाहर न घूमें और घर में ही रहें। बाहर घूमते मिलने पर एफआइआर दर्ज कराई जाए। जिन स्थानों पर ज्यादा केस सामने आ रहे है, उनकी सीईओ, सीएमओ और तहसीलदारों से फील्ड में जाकर सैपंलिंग कार्य और कंटेनमेंट क्षेत्र की निगरानी करने के भी निर्देश दिये।
आर.आर.टी.और एम.एम.ओ. टीमों द्वारा प्रतिदिन किये जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुये समस्त एस.डी.एम.और सी.ई.ओ.को निर्देश दिये कि प्रतिदिन किये जा रहे कार्यो की प्रगति की जानकारी ले और फील्ड में भी जाकर उनके कार्यो की निगरानी करें ताकि प्रभावी तरीके से कार्य हो सकें।
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