दीपावली पर जलाएं वास्तु दीप, घर से निकल जाएगी नकारात्मक उर्जा

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दीपावली पर जलाएं वास्तु दीप, घर से निकल जाएगी नकारात्मक उर्जा
सागर (sagarnews.com)। एक कांच या चीनी मिट्टी का लगभग 5-6 इंच व्यास का एक सुन्दर कटोरा लें और उसे आधे से कुछ अधिक पानी से भर दें।
अब इसमें कांच का एक गिलास उल्टा करके इस प्रकार से रख दें कि वह छोटे दीपक के लिये एक स्टेन्ड सा बन जाऐ।
फिर उसके उपर एक छोटा दिया लेकर उसमें घी, तेल भर कर उसमें रुई की बत्ती बनाकर लगा दें।
बच्चों के खेलने वाली कांच की कुछ गोटियां इस पानी में डाल दें।
एक्वेरियम में डालने वाले कुछ रंगीन पत्थर इसमें डाल दें और अन्त में गुलाब फूल की कुछ पंखुडियां भी इस पानी में डालकर घर के ईशान या उत्तर या पूर्व दिशा में रख दें।
सूर्यास्त के बाद इस दीपक को प्रज्जवलित कर ब्रम्हांड की सकारात्मक ऊर्जा का आव्हाहन करें।
यदि इशान कोण(उत्तर- पूर्व)में रखें।
हमारा शरीर जिन पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, वायु ,आकाश और अग्नि) से निर्मित है उन्हीं पंचत्तवों का सन्तुलन इस दीपक के द्वारा हमारे घर-परिवार में कायम रहता है।
और इसी सामंजस्य से जीवन में नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मकता बनी रहती है।
जो हमारे शान्तिपूर्ण, सुखी व समृद्ध जीवन में मददगार साबित होती है।
प्रतिदिन सूर्यास्त के बाद जलाये जाने वाले इस दीपक को आप सोने के पूर्व बन्द भी कर दें और कटोरा रात भर वहीं रखा रहने दें।
सुबह इस पानी को घर के आठों कोण में मन ही मन इस भाव के साथ छिडक़ दे की घर की सारी नकारात्मकता उर्जा घर से बाहर निकल रही है।
और उसके स्थान पर ब्रम्हांड की सकारात्मक उर्जा का प्रवेश हो रहा है और इससे घर की सारे वास्तु दोष ठीक होते जा रहे हैं।
दीपावली पूजन का मुहूर्त
स्थिर लग्न-शाम 6.03 से 8.02
मिथुन लग्न -रात्रि 8.02 से 10.15
स्थिर सिंह लग्न-रात्रि 12.30 से 2.40 तक
दीपावली पूजन के लिए शुभ यन्त्र
कैश की आलमारी में कुबेर यंत्र प्राण प्रतिष्ठा करके स्थापित करने का विधान है
पूजा स्थल में महालक्ष्मी यंत्र प्राण प्रतिष्ठा करके स्थापित करने का विधान है
श्रीलक्ष्मी जी को प्रिय स्फटिक के श्रीयंत्र को पूजा करके रखने का विधान है
दीपावली पर जलाएं वास्तु दीप, घर से निकल जाएगी नकारात्मक उर्जा