शहरवासियों को सुरक्षित करना हमारा दायित्व, शहर से हटेंगे सभी टाल

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टाल संचालकों के साथ कलेक्टर ने की बैठक, दिए निर्देश,
सिदगुवां में सर्व सुविधा युक्त बनेगा फर्नीचर कलस्टर

सागर (sagarnews.com)। बीच शहर एक के बाद एक हुई आग लगने की भीषण घटनाओं के बाद प्रशासन की नींद टूटी है। बुधवार को कलेक्टर दीपक आर्य ने शहर के टाल संचालकों के साथ बैठक कर निर्देश दिए हैं कि शहर में अब कोई भी टाल नहीं चलेगा। इसके लिए सिदगुवां में सुविधा युक्त फर्नीचर कलस्टर बनाया जाएगा। लकड़ी के टालों को रहवासी इलाकों से शिफ्ट करने के लिए 3 महिनों का समय दिया गया है।
कलेक्टर आर्य ने निर्देश दिए कि नए फर्नीचर क्लस्टर क्षेत्र में समस्त आवश्यक सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएं। बैठक में नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, डीएफओ नवीन गर्ग, अनुविभागीय अधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी, उद्योग विभाग की महा प्रबंधक मंदाकिनी पांडेय, तहसीलदार आदर्श जैन, सोनम पांडे समस्त लकड़ी टाल संचालक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर आर्य ने कहा कि विगत दिनों शहर में हुईं भीषण आग की घटनाओं के पश्चात शहर के लकड़ी टाल सहित अन्य संवेदनशील संस्थानों को अन्यत्र विस्थापित किया जाना है। इस परिपेक्ष्य में आज लकड़ी टाल संचालकों की बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट नगर, मैकेनिक नगर और डेयरी विस्थापन भी प्रक्रिया चल रही है। जिलेवासियों के हित में किए जा रहे यह सभी कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। बैठक में निर्देश दिए गए कि, फर्नीचर क्लस्टर क्षेत्र सिद्धगुवां में तीन माह के अंदर समस्त लकउ़ी टालों को विस्थापित किया जाए। यहां समस्त आवश्यक मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल, सडक़, बिजली सहित अन्य
जब तक नहीं हटते टाल, देखरेख करें अधिकारी
कलेक्टर ने कहा कि जब तक टाल विस्थापित नहीं होते तब तक सिटी मजिस्ट्रेट, नगर पुलिस अधीक्षक एवं तहसीलदार लगातार उक्त क्षेत्रों में कार्यों की मॉनिटरिंग करें। मॉनिटरिंग करते समय समस्त टालों में फायर सेफ्टी के उपकरण, फायर ब्रिगेड आने जाने के लिए सुगम रास्ता, बिजली सप्लाई की उचित व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर शहरवासियों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो टाल व्यापारी विस्थापित नहीं होंगे वे कारोबार नहीं कर सकेंगे।