संभाग के सबसे ऊंचे भवन सागर कन्वेंशन सेंटर के निर्माण को हरी झंडी

सागर (sagarnews.com)। स्मार्ट सिटी एडवाइजरी कमेटी ने 12 मंजिला सागर कन्वेंशन सेंटर के निर्माण को सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। यह आइकॉनिक बिल्डिंग सागर संभाग ही नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड में सबसे ऊंची बिल्डिंग होगी। इसमें दो बेसमेंट एवं ग्राउंड फ्लोर सहित कुल 12 मंजिलें होंगी। यह स्मार्ट सिटी के अंर्तगत प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स में से एक है। शहर के विकास से जुड़़े अनेक मुद्दों को लेकर की सागर स्मार्ट सिटी की सलाहकार समिति की 9वी बैठक बुधवार को यहां कलेक्‍टर दीपक सिंह की अध्‍यक्षता में हुई। (अंग्रेजी में पढ़ें)

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बैठक में बताया गया कि बेसमेंट एवं ग्राउंड फ्लोर सहित एक अन्य 7 मंजिला बिल्डिंग का निर्माण नागरिक हेल्प सेंटर के रूप में किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विभागों के जोन कार्यालय, जनरल कान्फ्रेंस हॉल, डिपार्टमेंटल, कमर्शियल स्पेस आदि तैयार किए जाएंगे। परिषद हाल आदि का निर्माण किया जायेगा।

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सांसद राजबहादुर सिंह ने नागरिक हेल्प सेंटर के बारे में कहा कि सभी आवश्यक कार्य (आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, बैंक कियोस्क आदि) करने के साथ ही अन्य सरकारी विभागों के जोन कार्यालय यहां स्थापित करने हेतु निर्माण किया जाए। आम लोगों की बैठक व्यवस्था हेतु वेटिंग हॉल आदि की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही शहर के मुख्य क्षेत्र कटरा में साबूलाल मार्केट, निगम मार्केट, बख्‍शीखाना जैसे अन्य बाजारों को भी डेवलप करने की योजना तैयार करें।

ऐसा होगा सागर कन्वेंशन सेंटर
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▶ एनर्जी एफीशिएंट ग्रीन बिल्डिंग
▶ दो बेसमेंट फ्लोर में कार पार्किंग एवं ग्राउंड फ्लोर पर दो-पहिया वाहन पार्किंग
▶ आर्ट एंड कल्चर सेंटर, सेंट्रल एंड डिजिटल लाइब्रेरी, बुक कैफे
▶ ऑफिस एरिया, फूडकार्ट एवं रेस्टोरेंट,
▶ लोगों को रुकने हेतु डोरमेटरी, होटल,
▶ रिटेल काउंटर्स हेतु दो फ्लोर पर शॉप्स
▶ 700 सीट की बैठक वाला ऑडिटोरियम
▶ 100-200 सीट वाले छोटे सेमिनार हॉल
गेम्‍स फ्लोर : स्‍कवॉश, पूल, चैस, बिलियर्ड व अन्य गेम्स
▶ थिएटर, शो रूम सहित अन्य कमर्शियल एक्टिविटी
▶ रूफ टॉप रेस्टोरेंट एवं प्ले एरिया
▶ सोलर सिस्टम का प्रावधान

विधायक शैलेन्द्र जैन ने चल रहे प्रोजेक्ट्स एवं प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स के बारे में कहा कि अटल पार्क में बुंदेलखंड के इतिहास पर आधारित लाइटिंग व म्यूजिकल शो का जो कार्य कराया जा रहा है उसमें सागर के पुराने इतिहास सहित सागर के निर्माण से लेकर वर्तमान सागर तक की स्टोरी भी प्रस्तुत की जाए। साथ ही त्योहारों आदि पर अलग-अलग प्रस्तुतियां दी जा सकें इस हेतु विभिन्न थीम्स पर कार्य करें। हेरीटेज कंजर्वेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत चमेली चौक अस्पताल को भी लिया जाए।

उन्‍होंने कहा कि विभिन्न मुक्तिधामों में शांतिपाठ एवं अन्य मंत्रोच्चार हेतु साउंड सिस्टम भी लगाए जाएं। कब्रिस्तान व क्रिश्चियन समुदाय के लिए बने ऐसे स्थानों के पुनर्विकास की योजना भी तैयार करें। सिटी फॉरेस्ट में रेस्टोरेंट, टायलेट्स, ओपन जिम जैसी अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाना चाहिए।

कलेक्टर व स्‍मार्ट सिटी के अध्‍यक्ष दीपक सिंह ने कहा कि संभाग में सबसे ऊंची ग्रीन बिल्डिंग सागर कन्वेंशन सेंटर का निर्माण आदि अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद ही सागर की स्मार्ट शहर की परिकल्पना पूर्ण हो सकेगी। नागरिकों को विशेष सुविधाओं सहित बेहतर व व्यवस्थित इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदान करना ही सागर स्मार्ट सिटी की प्राथमिकता है।

इसके साथ ही शहर में आवश्यक स्थलों पर एलिवेटेड कॉरिडोर, स्मार्ट रोड, इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल, ग्राउंड मोल्ड सोलर सिस्टम, तहसील क्षेत्र में एकीकृत कार्यालय हेतु डेवलपमेंट एवं स्मार्ट सिटी पेन एरिया अंतर्गत केंट एरिया व मकरोनिया में विकास कार्यों आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में नगर निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी के सीईओ राहुल सिंह राजपूत, समाजसेविका मीना पिंपलापुरे (वीडियो कॉन्फ्रेंस), देवेश गर्ग, इंजी. प्रकाश चौबे, राजू तिवारी, नेहा जैन, स्मार्ट सिटी के सीएस रजत गुप्ता, असिस्टेंट प्लानर प्रवीण चौरसिया, पीएमसी से योगेश (वीडियो कॉन्फ्रेंस) एवं टीम लीडर संजय केड़िया सहित व अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में हुए अन्‍य निर्णय

– सागर कन्वेंशन सेंटर के प्रस्तुत डीपीआर प्रजेंटेशन अंतर्गत बिल्डिंग का निर्माण किया जाए।
– आईटी आधारित स्मार्ट आंगनवाड़ियों का निर्माण संबंधित मोहल्लों या गांव में ही किया जाए।
– हैरिटेज कंजर्वेशन प्रोजेक्ट अंतर्गत एआईएस स्टेट म्यूजियम, पदमाकर स्कूल के पास छतरियों, चमेली चौक अस्पताल सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतों का विकास किया जाए।
– अटल पार्क से संजय ड्राइव रोड को जोड़ने वाला ग्लास ब्रिज तैयार किया जाए।
– सुंदर लाइटिंग व साउंड सिस्टम भी लगाये जायें व पर्यटन की दृष्टि से तैयार किया जाए।
– डायनमिक लाइटिंग व साउंड शो के साथ ही बैठक व्यवस्था भी की जाए।
– नरयावली नाका मुक्तिधाम की तरह शहर के अन्य मुक्तिधामों का भी विकास किया जाए।